उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) 17 मार्च सोमवार की शाम महाराष्ट्र के नागपुर में जिहादी मानसिकता रखने वाले क्रुर शासक औरंगजेब के समर्थन में शहर में दंगा भडका कर लगभग 33 पुलिसकर्मीयों को घायल कर सैकडो वाहनों को व हिन्दू परिवार के घरो व धार्मिक स्थलों पर एवं शासकीय सम्पत्ति पर आगजनी तोडफोड और खुलेआम हथियार लेकर सडक पर जिहाद करने वाले औरंगजेब समर्थकों की केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा दिये जाने वाली सुख सुविधाओं को तत्काल प्रभाव से बंद कर सभी के खिलाफ देश द्रोह का मुकदमा दर्ज कर रासूका की कार्यवाही कर इनकी अचल संपत्ति जप्त कर होने वाले नुकसान की भरपाई करवाई जावे।
उक्त मांग प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री महाराष्ट्र, एकनाथ शिंदे राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवसेना, पुलिस कमिश्नर नागपुर पुलिस महाराष्ट्र को ईमेल के माध्यम से पत्र भेजकर म.प्र. युवा शिवसेना गौरक्षा न्यास अध्यक्ष मनीष सिंह चौहान एवं राष्ट्रीय हिन्दू परिषद भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुरली निगम ने की है।
मांग की है कि तोड़फोड़ व आगजनी करने वालों के नाम निर्वाचन नामावली से हटवाकर मतदान करने से भी रोका जावे। क्योकि इन लोगो ने भारत में रहकर भारत विरोधी कार्य किया है और एक ऐसे क्रुर शासक औरंगजेब के समर्थन में सडक पर उतरे है जिसके द्वारा महान देशभक्त धर्म हिन्दू योद्धा संभाजी महाराज को 40 दिन कैद में रखकर भारी कष्टों से शहीद किया था। औरंगजेब के शासनकाल में भारत की नदियों में पानी से ज्यादा हिन्दूओ का खून बहा है हरे भरे पेडो पर हिन्दूओं की लाश को लटकाया गया है हिन्दू बहन बेटीयों की इज्जत को लूटा गया है। हिन्दूओं की धार्मिक यात्राओं पर अधिक कर लगाकर उनकी धार्मिक यात्रा करने से रोका गया है। एवं भारत के कई हिन्दू धर्म स्थल में लगी मूर्तियों को तोडने और मंदिरों को तोडने वाला और कोई नही यही क्रुर शासक औरंगजेब था। छत्रपति शिवाजी महाराज और संभाजी महाराज की नगरी महाराष्ट्र में अगली बार इस प्रकार से उपद्रव ना हो जिसको लेकर केन्द्र और महाराष्ट्र सरकार से कहना चाहते है कि औरंगजेब समर्थक भारत की पावन भूमि को पूर्णतः इस्लामी धर्म की ओर धकेलने का कार्य किया जा रहा है छोटे छोटे बच्चों को जिहाद सिखाया जा रहा है सिरिया कानून लाने की बडी प्लानिंग की जा रही है। इस घटना में अगर महाराष्ट्र सरकार निष्पक्ष जांच करवायेगी तो भारत के अंदर आतंकवादी संगठन पीएफआई, सिमी, आईएसआई, अलकायदा जैसे आतंकवादी संगठनों का होने का संकेत मिल रहा है। इस निंदनिय घटना को अंजाम देने वाले जिहादियों के खिलाफ कडी से कडी कानूनी कार्यवाही करने की और दोषियों को सजाये मौत देने का आग्रह करता है।
सांकेतिक फोटो –