सोने चांदी की कीमतों में आई उछाल , तोड़े सभी रिकॉर्ड मालामाल हुए निवेशक

नई दिल्ली।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) इस साल सोने की कीमतों में आई जबरदस्त तेजी ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। मुनाफा देने में सोने का प्रदर्शन पिछले 17 सालों में सबसे बेहतर रहा है। इस साल अब तक निवेशकों को 31.33 फीसदी का रिटर्न मिल चुका है। इससे पहले साल 2007 में निवेशकों को सबसे ज्यादा 31.02 फीसदी रिटर्न मिला था।

साल 2024 की शुरुआत में 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोने का भाव 62000 रुपये प्रति 10 ग्राम था। इसके बाद 9 मई तक दाम चढ़कर 72000 रुपये पर पहुंच गए। बजट में सोने पर आयात शुल्क घटने से इसकी कीमतों में तेज गिरावट जरूर आई थी, लेकिन बाद में इसने फिर रफ्तार पकड़ ली। 18 अक्तूबर को राजधानी दिल्ली में यह कीमत 79,900 रुपये के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई। जनवरी से अब तक सोने की कीमतों में करीब 18,000 रुपये प्रति 10 ग्राम का उछाल आया है।

बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि सोने को सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता है। यही वजह है कि दुनियाभर में उपजे भू-राजनीतिक संकट के बीच सोने के दाम में जोरदार तेजी देखने को मिल रही है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव 2700 डॉलर के पार निकल गया है। यही नहीं कई देशों के प्रमुख बैंक भी लगातार सोना खरीद कर अपना स्वर्ण भंडार बढ़ा रहे हैं।

इस वजह से भी सोने की चमक और तेज हो रही है। भारत में इसकी कीमत 79000 रुपये के ऊपर बनी हुई है। अगर तेजी बरकरार रहती है तो सोना जल्द ही 85000 हजार के स्तर को छू सकता है। इस तरह देखें तो इस साल अब तक सोने ने करीब 13 फीसदी का मुनाफा दिया है।

भारत दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता
ऐसा अनुमान है कि भारत, चीन के बाद दुनियाभर में सोने का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। जुलाई 2024 में सरकार द्वारा आयात ड्यूटी में कटौती के बाद त्योहारी सीजन के दौरान सोने की मांग बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि, इस बात की चिंता भी है कि सोने की बढ़ी कीमतें निवेशकों की खरीदारी पर असर डाल सकती है। हालांकि, यह असर थोड़े समय के लिए हो सकता है।

 

किस साल कितना फायदा
वर्ष                                 मुनाफा (% में)
1986                                    21.58
1987                                    21.53
2002                                    24.79
2009                                    24.64
2006                                    23.54
2010                                     29.61
2007                                     31.02
2020                                     25.09
2024                                     31.33

तेजी के 5 कारण
– पश्चिम एशिया में लगातार बढ़ता तनाव
– अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बनी अनिश्चितता
– अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में आगे भी कटौती
– यूरोपीय सेंट्रल बैंक द्वारा भी ब्याज दरों में कटौती
– प्रमुख बैंकों द्वारा स्वर्ण भंडार में तेजी बढ़ोतरी