श्री महाकालेश्वर भगवान की तीसरी सवारी,विभिन्न जनजातियों के दल श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारियों में सम्मिलित

उज्जैन 05 अगस्त 2024 ।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) श्री महाकालेश्वर भगवान की दूसरे सोमवार की सवारी में भी जनजातीय लोक कला एवं बोली विकास अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद के माध्यम से भगवान श्री महाकालेश्वर जी की सवारी में जनजातीय कलाकारों का दल भी सहभागिता की।
05 अगस्त को मध्यप्रदेश के निमाड अंचल के पारंपरिक लोकनृत्य काठी नृत्य  दल श्री महाकालेश्वर भगवान की तीसरी सवारी में  पालकी के आगे भजन मंडलियों के साथ अपनी प्रस्तुति देते हुए चल रहा है ।
काठी नृत्‍य   मध्‍यप्रदेश के निमाड़ अंचल पारंपरिक प्रसद्धि लोकनृत्‍य है । इस नृत्‍य की शुरूआत देव-प्रबोधनी एका‍दशी (देवउठनी ग्‍यारस) से होती है और तीन महीने तेरह दिन तक लगातार गाँव- गाँव जाकर इस नृत्‍य को किया जाता है और महाशिवरात्रि के दिन पचमढ़ी जाकर भगवान महादेव पर जल चढ़ाकर विर्सजन किया जाता है । इस नृत्‍य की प्रस्‍तुति भारत के लगभग सभी राज्‍यों में हो चुकी है।