वीरांगना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के 166वें बलिदान दिवस पर पुष्पांजलि,  बलिदान को देश कभी भुला नहीं पाएगा-उस्मानी

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) 1857 के स्वतंत्रता आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाली वीरांगना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के 166वें बलिदान दिवस पर सर सैयद अहमद वेलफेयर सोसाइटी द्वारा शहीद स्मारक पर झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के चित्र पर माल्यार्पण किया गया।

सर सैयद अहमद वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष पंकज जायसवाल एवं संरक्षक सैयद अबीद अली ने बताया कि देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले सभी वीरों को शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। समाजसेवी इकबाल उस्मानी ने अपने उद्बोधन ने कहा कि 20वीं सदी में तीन महान स्वतंत्रता आंदोलन हुए जिसमें भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन, अफ्रीकी स्वतंत्रता आंदोलन एवं फिलिस्तीनी स्वतंत्रता आंदोलन प्रमुख है। पहले दो स्वतंत्रता आंदोलन पूरी तरह से सफल रहे। तीसरा स्वतंत्रता आंदोलन अभी भी फिलिस्तीनी नागरिकों द्वारा लड़ा जा रहा है। पूरी दुनिया के न्याय प्रिय लोग फिलिस्तीनी नागरिकों के संघर्ष में उनके साथ खड़े हैं। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में नाना साहेब, तात्या टोपे, जनरल बक्त खान, मंगल पांडे, बेगम हजरत महल, बहादुर शाह जफर, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई एवं हजारों वीर योद्धाओं ने अपने प्राणों का बलिदान देकर मातृभूमि के स्वतंत्रता आंदोलन में आहुति दी। महान योद्धाओं के बलिदान का नतीजा रहा कि 15 अगस्त 1947 को देश स्वतंत्र हुआ। झांसी की रानी लक्ष्मीबाई और देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले वीर योद्धाओं का शिक्षाविद इरशाद अली, जगन्नाथ अष्टकर, अंकित चौधरी, डॉ. शकील अंसारी, जुल्फेज़ जाफरी, प्रवीण शास्त्री, इरफान अंसारी, सैयद उस्मान हसन, शाकिर शेख, शरीफ खान, पत्रकार धर्मेंद्र राठौर, मध्य प्रदेश हज कमेटी के पूर्व सदस्य हाजी इकबाल हुसैन, गंगाधर महा, पं. दीपक पांडे ने स्मरण किया और भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उपरोक्त जानकारी प्रचार सचिव चेतन ठक्कर, प्रवक्ता  सैयद आशिक अली ने दी।