हरियाणा में हुआ क्रांतिकारी संत डॉ. अवधेशपुरी महाराज का सम्मान, अपना पूरा जीवन सनातन एवं राष्ट्र सेवा को समर्पित किया- श्री नांदल

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) महाकाल की नगरी उज्जैन के क्रांतिकारी संत डॉ. अवधेशपुरी महाराज का हरियाणा के रोहतक स्थित मैना टूरिस्ट कॉम्पलैक्स में महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर भव्य स्वागत एवं सम्मान किया गया।

जाट शिक्षण संस्था के पूर्व अध्यक्ष राज सिंह नांदल ने कहा कि डॉ. अवधेश पुरीजी महाराज क्रांतिकारी संत व समाज सुधारक हैं। इन्होंने अपना पूरा जीवन सनातन एवं राष्ट्र सेवा को समर्पित किया हुआ है। वे प्रकांड विद्वान एवं भाषा मर्मज्ञ हैं। आपने अनेक पुस्तकें लिखी हैं। इन्होंने उज्जैन स्वास्तिक पीठ की स्थापना की है, जहां देश-विदेश के जिज्ञासु, शोधार्थी एवं धार्मिक लोग आते रहते हैं। श्री नांदल ने आगे कहा कि डॉ. अवधेश पुरी जी महाराज ने स्वास्तिक के धार्मिक, सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक महत्व पर गहन शोध किया है। इसी कारण पूरी दुनिया में उनकी एवं भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है। इनका सम्मान सनातन परम्पराओं, आदर्शों एवं जीवन मूल्यों का सम्मान है। स्वास्तिक पीठाधीश्वर डॉ. अवधेशपुरी जी महाराज ने कहा कि प्रकृति के पांचों तत्व जल, वायु, अग्रि, आकाश एवं पृथ्वी लगातार प्रदूषित होते जा रहे हैं। आधुनिकीकरण एवं भौतिकवाद की अंधी दौड़ में मनुष्य लगातार प्रकृति से खिलवाड़ कर रहा है जिसके कारण पूरी प्रकृति लगातार दूषित हो रही है। इसीलिए अनेक शारीरिक बीमारियां, भयंकर आपदाएं और महामारियों का खतरा लगातार मंडरा रहा है। डॉ. पुरी ने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी में संस्कार एवं जीवन मूल्य लगातार गिरावट पर हैं। पूरा समाज सांस्कृतिक प्रदूषण के चलते मानसिक रूप से बीमार हो चुका है। इसके साथ ही बीमारियां बहुत तेजी से बढ़ रही हैं। खान-पान, जल एवं वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर तक बढ़ चुका है जो पूरी प्रकृति के लिए धीमा जहर है। यदि हम सचेत नहीं हुए तो भारी संकट में फंस जाएंगे। स्वास्तिक पीठाधीश्वर डॉ. अवधेश पुरी ने आगे कहा कि यह सदी भारत की है। पूरी दुनिया में भारतीय योग एवं अध्यात्म का डंका बज रहा है। भारत ने दुनिया में अपनी नई पहचान स्थापित की है। वह दिन दूर नहीं जब भारत एक बार पुनः विश्व गुरू  के रूप में दुनिया में अपना परचम लहराएगा। इस अवसर पर जाट शिक्षण संस्था के पूर्व प्रधान राज सिंह नांदल, कृष्ण नंबरदार, बलराज नांदल पूर्व सरपंच कुताना, सेवानिवृत एसडीओ जोगेंद्र सिंधु, बलजीत सिंह मलिक, चांद राम राठी, राजवीर राज्याण, नीरू लाठर, मंजीत सिंह फौगाट व सुरेश सहरावत आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।