महाकाल मंदिर के सुरक्षाकर्मी ने पूजन प्रसाद सामग्री सड़क पर फैंकी,गुस्साई महिला अपने तीन रोते बिलखते बच्चों के साथ सड़क पर धरने पर बैठी

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) महाकालेश्वर हाथी द्वार के समीप दत्तात्रेय मंदिर के सामने शनिवार को प्रसाद बेचने वाली महिला का सामान महाकाल मंदिर समिति के सुरक्षाकर्मियों द्वारा सड़क पर फेंक दिया गया। गुस्साई महिला अपने तीन बच्चों के साथ सड़क पर ही धरने पर बैठ गई, सड़क पर रोते बिलखते बच्चों के साथ आंसू बहाती महिला महाकाल मंदिर के सुरक्षा गार्डों को कोसती रहीं और आरोप लगाया कि आए दिन परेशान करने वाले गार्ड पहले भी सामान ले गए थे वापस देने के एवज में 2 हजार रूपये की मांग की थी।

भगवान महाकाल को अर्पित किये जाने वाली सड़क पर फैली प्रसादी के साथ सड़क पर धरना दिये बैठी निशा कहार ने आरोप लगाया कि वह 23 सितंबर को सड़क किनारे प्रसाद बेचने के लिए बैठी थी, ऐसे में महाकाल मंदिर के सुरक्षाकर्मी आए और गाली गलौच करते हुए प्रसाद के पैकेट सहित सारा सामान सड़क पर फैंक दिया। महिला ने कहा कि 3 हजार रूपये के किराये के मकान में रहती हूं, 3 बच्चों को लेकर कहा जाउं। हाथ ठेला एवं फुटपाथ व्यापारी संघ महाकाल के अध्यक्ष संजयसिंह चौहान ने कहा कि स्ट्रीट वेंडर एक्ट 2014 के अनुसार राज्य सरकारों को रूल स्कीम बनानी थी जो मध्य प्रदेश सरकार ने 2017 में मान्य होने के बाद भी स्ट्रीट वेंडर को व्यापार करने में परिवार पालन पोषण करने में कानून होने के बाद परेशान किया जा रहा है प्रताड़ित किया जा रहा है। ऐसे में स्ट्रीट वेंडर एक्ट पूर्ण रूप से लागू किया जाये।
आस्था पर कुठाराघात
प्रसाद की जिस दुकान का सामान सड़क पर फैंका गया, उससे भक्तों की आस्था पर घंटों तक कुठाराघात होता रहा। यहां आते जाते महाकाल बाबा के भक्त सड़क पर फैले प्रसाद को देख रहे थे, दरअसल इस प्रसाद के साथ प्रसाद के पैकेट में भगवान महाकाल की तस्वीर भी थी जो सड़क पर यहां वहां फैली दिखाई दे रही थीं।