शोभायात्रा पर जिहादियों ने फेके घरों की छत से पत्थर,विहिप ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन 

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी)   राननवमी पर्व पर 10 अप्रैल को खरगोन एवं सेंधवा में निकाली गई शोभायात्रा पर जिहादियों के द्वारा उनके घरों की छत से पत्थर फेंककर हिंदू समाज के लोगों पर किए गए हमले की घटना का विरोध करते हुए बुधवार को उज्जैन में विश्व हिंदू परिषद द्वारा कोठी पैलेस पहुंचकर आपराधियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग को लेकर मप्र के मुख्यमंत्री के नाम अपर कलेक्टर मधु नायर को ज्ञापन सौंपा।

विश्व हिंदू परिषद उज्जैन के जिला मंत्री मनीष रावल ने जानकारी देते हुए बताया कि जिहादियों ने न केवल मौके का फायदा उठाकर हिंदू समाज के लोगों पर हमला किया बल्कि एसपी पर भी गोली चलाई। यह हमला पूर्व से सुनियोजित तरीके से किया गया। हमले के साथ ही हिंदू परिवारों की दुकानों और मकानों को भी आग के हवाले कर दिया गया। महिलाओं के साथ भी छेड़छाड़ की गई। पुलिस प्रशासन के द्वारा इन लोगों पर समय-समय पर कार्रवाई नहीं किए जाने के चलते मुस्लिम वर्ग के हौसले बढ़ रहे हैं। खरगोन तथा सेंधवा में इतनी बड़ी घटना इसका प्रमाण है। क्योंकि इतने बड़े स्तर पर मुस्लिम समुदाय के घरों से पत्थरबाजी की जाना और पत्थरों का घरों के छत पर पहले से ही इकट्ठा होना यह एक बहुत बड़ी साजिश थी। लेकिन पुलिस प्रशासन तक को इसकी जानकारी नहीं मिली। हिंदू परिवारों के घरों में जाकर इन लोगों ने लूटपाट तक मचाई। जबकि पुलिस प्रशासन को शोभायात्रा के पहले ही इन संदिग्ध इलाकों में जाकर ड्रोन से नजर रखना चाहिए थी।  विश्व हिंदू परिषद इस अपराधिक घटना में लिप्त मुस्लिम वर्ग के जिहादियों को चिन्हित कर उन पर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई करने तथा उन प्रशासनिक अधिकारियों के विरुद्ध भी कार्रवाई की मांग करता है जिन्होंने समय रहते सक्रियता नहीं दिखाई जिसके परिणाम स्वरूप इतनी बड़ी घटना घटित हुई और हिंदू लोगों को नुकसान उठाना पड़ा। विहिप ने मांग की है कि मुस्लिम बाहुल्य इलाके में कबाड़ियों, बिल्डिंग मटेरियल व  कारखाने जैसे का व्यवसाय करने वालों पर भी प्रशासन को अब विशेष नजर रखना चाहिए। ज्ञापन देने वालों में विहिप के उज्जैन जिला अध्यक्ष अशोक जैन, जिला संयोजक अंकित चौबे, सहमंत्री सागर गुजराती, मुकेश खंडेलवाल, लतारानी चौहान, मुस्कान त्रिवेदी, दाखा राठौर, सुमित पांडे, रमेश पांडे, महेंद्र बघेल, मोहन जायसवाल, रामदास रामायनी महाराज, गोविंद आहूजा, शशांक सेन, पंकज जाटव, कमल बैरागी, पुरुषोत्तम पटेल, धर्मेंद्र जोशी, दर्शन परमार, दीपक ठाकुर आदि बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।