शहर में निकलने वाली बारात पर 500 रूपये टैक्स

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) मेयर इन कौसिल द्वारा वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए पारित किये जाने वाले बजट में उज्जैन नगर निगम द्वारा शहर में होने वाली शादियों की निकलने वाली बारात पर 500 रूपये का टैक्स लगाने का प्रस्ताव मेयर इन कौंसिल में आया है। जिसे भाजपा बोर्ड द्वारा लागू किये जाने का प्रयास किया जा रहा है। इस जबरिया टैक्स का विरोध शहर कांग्रेस कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष रवि राय ने करते हुए कहा कि यदि इस प्रकार का टैक्स लगाया गया तो कांग्रेस पार्टी इसका कड़ा विरोध करेगी।  एक ओर मुख्यमंत्री कमलनाथ शादी में शासन की ओर से 51 हजार की राशि दे रही है वहीं दूसरी ओर भाजपा का बोर्ड बारातों पर शुल्क लगाकर उससे कमाना चाहती है। यह सामाजिक परंपराओं के विपरीत है ऐसा लगता है कि नगर निगम में भाजपा का नहीं बल्कि मुगलों या अंग्रेजों का शासन हैं। वहीं राजनैतिक और धार्मिक कार्यक्रमों पर छूट दे दी है इन पर टैक्स नहीं लगाया जाएगा। बारात पर टैक्स लगाने में जो सहयोगी है वे समाज विरोधी है इस टैक्स को सभी समुदायों में समाज विरोधी माना जाएगा। जो भी टैक्स की प्रोसेस है वह अव्यवहारिक है क्योंकि उसकी वसूली संभव नहीं है क्योंकि कब किस गली से बारात निकलेगी यह पता कैसे करेगी नगर निगम। हर बारात में सैकड़ों लोग रहते है तो कैसे टैक्स वसूलेगी। टैक्स वसूली से विवाद की स्थिति निर्मित होगी। अधिकारियों कर्मचारियों को भी विवाद का सामना करना पड़ेगा।