उज्जैन को पवित्र नगरी घोषित करने व शिप्रा के लिए आंदोलन करने वाले संत ज्ञानदास की हालत फिर बिगड़ी, प्रायवेट हॉस्पीटल में उपचार के लिए पहुचे 

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी)   अंगारेश्वर महादेव मंदिर के पास स्थित दादूराम आश्रम के संत महामंडलेश्वर श्री ज्ञानदास महाराज की शनिवार को दूसरी बार हालत बिगड़ गई। उनके शिष्य उन्हें पाटीदार हॉस्पीटल में उपचार के लिए ले गए। चेकअप करने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें शरीर में काफी कमजोरी आना बताई। महाराज को अन्न त्यागे को 26 दिन हो गए है। वे उज्जैन को पवित्र नगरी घोषित कराने व शिप्रा के शुद्धिकरण को लेकर अन्न ग्रहण नहीं कर रहे हैं। उनका अपने आश्रम में ही मौन रूप से यह आंदोलन लगातार जारी है। संत ने 16 नवंबर को अन्न त्याग दिया था। इसके बाद से ही वे प्रतिदिन केवल दूध व नारियल पानी ग्रहण कर रहे हैं। लेकिन अन्न नहीं खाने से उनकी हालत बिगड़ रही है। इसके पहले भी संत को एक बार हालत बिगड़ने पर इंदिरानगर स्थित निजी क्लीनिक पर उपचार के लिए ले जाया गया था। हालांकि संत का कहना है कि फिलहाल उनका उज्जैन को पवित्र नगरी घोषित कराने व शिप्रा के शुद्धिकरण के लिए आंदोलन जारी है। अब तक उनके से मिलने के लिए प्रशासन का कोई भी जिम्मेदार आश्रम में नहीं पहुंचा है। इसे लेकर भी अन्य साधु-संतों में नाराजगी है।