आचार्य विमद सागर जी ने के मन्दिर में फांसी लगाई,फाँसी लगाने का कारण अभी अज्ञात

इंदौर।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) दिगम्बर जैन समाज के संत आचार्य श्री 108 विमद सागर जी ने इंदौर के नन्दानगर मन्दिर में फांसी लगाई।आचार्य चातुर्मास के सिलसिले में इंदौर में विराजे थे।आचार्य विमद सागरजी ने 15 बरस की उम्र में दिक्षा ग्रहण की थी और वे आचार्य विराट सागर जी के शिष्य थे। 28 वर्ष की तपस्या के बाद आचार्य श्री ने 44 वर्ष की उम्र में फाँसी लगाकर जान दे दी।बताया जाता है कि आज दोपहर 2 बजे के क़रीब आचार्य श्री अपने कमरे में गए थे और उसके बाद जब लंबे समय तक बाहर नहीं निकले तो वहाँ मौजूद लोगों ने उन्हें बुलाने के लिए उनके कमरे में झांका तो देखा कि वे फाँसी के फंदे पर लटके हुए थे। लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौक़े पर पहुँच कर जाँच पड़ताल शुरू कर दी है। फाँसी लगाने का कारण अभी पता नहीं चला है।

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