श्री विशाला सांस्कृतिक एवं लोकहित समिति के कलाकारों द्वारा होगा सम्राट विक्रमादित्य की सम्पूर्ण जीवन गाथा पर महानाट्य,प्रथम मंचन 24 अक्टूबर को

उज्जैन/(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) विक्रम संवत प्रवर्तक सम्राट विक्रमादित्य की राजधानी उज्जैन में भारतीय नववर्ष को एक यादगार पल के रूप में प्रतिवर्ष मनाने का यह उत्सव विक्रमोत्सव के नाम से वर्ष प्रतिपदा पर 16 वर्ष पूर्व उ.वि.प्रा. के तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. मोहन यादव उच्च शिक्षा मंत्री म.प्र. शासन ने प्रारंभ किया तब से म.प्र. शासन संस्कृति विभाग महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ व स्वराज संस्थान संचालनालय द्वारा निरंतर यह आयोजन किया जाता है। महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ] स्वराज संस्था संचालनालय द्वारा म.प्र. शासन] संस्कृति विभाग के आयोजन विक्रमोत्सव के अंतर्गत भारत उत्कर्ष और नवजागरण पर एकाग्र समागम की प्रथम संध्या 24 अक्टूबर 21 रविवार को महानाट्य सम्राट विक्रमादित्य का मंचन श्री विशाला सांस्कृतिक एवं लोकहित समिति के कलाकारों द्वारा किया जावेगा।

इसका निर्देशन संजीव मालवीय ने किया है। सम्राट विक्रमादित्य की सम्पूर्ण जीवन गाथा को विधुत एवं ध्वनि के संयोजन से सजीव हाथी घोडे ऊँट के साथ जीवंत करने वाले इस महानाट्य को परिष्कृत कर अब इनडोर सभागृह में मंचन हेतु तैयार किया गया जिसका प्रथम मंचन 24 अक्टूबर को विक्रमोत्सव के अन्तर्गत होगा। ऑडिटोरियम के अनुसार कई परिवर्तन करके नए तकनीकी प्रयोगो का समावेश करके, एनीमेटेड बैंकग्राउंड व नए कलेवर में माच शैली के सूत्रधार के साथ इसे प्रस्तुत किया जावेगा।

यह जानकारी देते हुए श्री विशाला सांस्कृतिक एवं लोकहित समिति उज्जैन के अध्यक्ष राजेश सिंह कुशवाह ने बताया कि भारतीय संस्कृति के उत्सव विक्रमोत्सव में होने वाले विविध वर्णी कार्यक्रमो  के अंतर्गत 24 अक्टूबर को डॉ. मोहन यादव की परिकल्पना एवं डॉ. भगवतीलाल राजपुरोहित द्वारा लिखित सम्राट विक्रमादित्य की जीवन गाथा को मंच पर लगभग 100 कलाकारों द्वारा जीवंत किया जावेगा। नाटक का निर्देशन संजीव मालवीय ने किया है सह निर्देशक – विजयेन्द्र वर्मा नृत्य निर्देशक डॉ. हरि हरेश्वर पोदार ने किया है। मंच प्रंबधन शुभम अहिरवार का है वेभभूषा (ड्रेस डिजाईन) अमित भण्डारी] रूप सज्जा (मेकअप) कुमार शिवम (सांई बाबा फेम, मुंबई) द्वारा किया जाएगा। नाटक में सम्राट विक्रमादित्य का अभिनय वरिष्ठ रंगकर्मी विक्रम सिंह चौहान द्वारा किया जावेगा। सुत्रधार की भूमिका में वरिष्ठ रंगकर्मी-दुर्गेशबाली नजर आएगे। 24 अक्टूबर 2021 रविवार को रात्रि 8 बजे स्थानीय कालिदास अकादमी परिसर स्थित पं. सूर्यनारायण व्यास संकुल में किया जावेगा।