मल्हार मार्तण्ड की चांदी की प्रतिमा के दर्शन, 211 किलो हल्दी उड़ाई

उज्जैन। (स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया)क्षत्रिय मराठा समाज के चंपाषष्ठी महोत्सव में मुख्य आकर्षण का केंद्र भगवान श्री मल्हार मार्तण्ड की शाही सवारी गुरुवार को महाकाल घाटी स्थित मंदिर से लाव-लश्कर के साथ बाबा महाकाल की सवारी की तर्ज पर निकली। सवारी में पालकी के अंदर बाबा मल्हार के स्वरूप चांदी की प्रतिमा के दर्शन हो रहे थे। स्वागत में मराठा समाज की और से सवारी में गुलाल की जगह परंपरा अनुसार 211 किलो हल्दी उड़ाई तो संपूर्ण सवारी मार्ग पीला होकर हल्दी से पट गया।

शाम 5 बजे गुदरी स्थित मंदिर में नगर निगम की महापौर मीना जोनवाल ने पालकी का पूजन कर सवारी को रवाना किया। क्षत्रिय मराठा समाज के अध्यक्ष यशवंतराव चव्हाण, सचिव अनिल गावड़े व संयोजक अशोक थोरात ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया कि सवारी में आगे 11 ढोल के साथ समाज का शस्त्र प्रदर्शन करता अखाड़ा निकला। इसके पीछे दो बाईकों पर 4 महिलाएं ध्वज लिए निकली। 4 घोड़ों पर शिवाजी, संभाजी, झांसी की रानी, जीजी बाई हाथों में ध्वज और तलवार लेकर पारंपरिक मराठा वेशभूषा में निकले तो 2 बग्घी में भगवान मल्हार के चित्र निकाले गए। फूलों से सजी पालकी के अंदर बाबा मल्हार मार्तण्ड के स्वरूप चांदी की प्रतिमा थी। मार्गभर में खूब हल्दी उड़ाई गई। धार्मिक भजनों की स्वर लहरियां बिखेरते बैंड शामिल था। सवारी महाकाल की सवारी सवारी मार्ग से गुजरी। मराठा समाज के सैकड़ों बुजुर्ग, पुरुष, युवा और बच्चे जयकारे लगाते निकले। महिलाएं केसरिया साफा पहनकर एक साथ पैदल निकली। सवारी का मार्ग में मंचों से पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। सिंधिया स्टेट के समय से निकल रही सवारी परंपरा अनुसार महाकाल मंदिर चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होकर शाम 6 बजे शिप्रा तट रामघाट पहुंची जहां मंत्रोच्चार कर प्रतिमा का पूजन किया गया। इसके पश्चात सवारी गणगौर दरवाजा, कार्तिक चौक, ढाबा रोड, टंकी चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा से होकर वापस महाकाल घाटी पहुंचकर मल्हार मार्तण्ड मंदिर पर समाप्त हुई। सवारी में मराठा समाज के बाहर से आए समाज चंद्रकांत कुंजीर, मिलिंद दीघे, विश्वनाथ कदम, हर्षल दफल सहित नारायणराव चव्हाण, रेखा कदम, मुकेशराव शिंदे, कविता जाधव, राजहंस गायकवाड़, दीपक काटे, अनुराधा शिंदे, गंगाधरराव जाधव, खंडेराव गरुड़, अनिल जाधव, अनिता शिंदे, ममता खोयरे, प्रवीण गुंजाल, दीपक भोसले, दिलीप जाधव, राकेशराव शेल्फे, विशाल कोलेकर सहित हजारों की संख्या में स्थानीय समाजजन शामिल हुए।

सवारी बाद लगाया बेंगन के भर्ते और ज्वार की रोटी का भोग

चंपाषष्ठी महोत्सव पर शाही सवारी निकालने के बाद मराठा समाज ने महाकाल घाटी स्थित श्री मल्हार मार्तण्ड मंदिर में भगवान की विशेष पूजा-अर्चना कर आरती की व हल्दी उड़ाकर स्वागत करने के पश्चात बेंगन का भर्ता एवं ज्वार, मक्के की रोटी का भोग लगाया।