नागपंचमी पर लाखों श्रद्धालुओं ने किये भगवान श्री नागचन्‍द्रेश्‍वर के दर्शन

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) सोमवार को नागपंचमी पर लाखों श्रद्धालुओं ने वर्ष में एक बार खुलने वाले भगवान श्री नागचन्‍द्रेश्‍वर के दर्शन किये। भगवान नागचन्‍द्रेश्‍वर के दर्शन कर श्रद्धालु निहाल हो गये और जय श्री महाकाल व जय श्री नागचन्‍द्रेश्‍वर की जय-जयकार से पूरा मंदिर परिसर गूंज उठा। जिला प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए चाकचौबंद व्‍यवस्‍थाएं की गई थीं। श्रद्धालुओं की कतार निरंतर चलायमान थी। ड्यूटीरत प्रशासकीय अधिकारी, पुलिस अधिकारी और मंदिर समिति के कर्मचारियों द्वारा हर जगह दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के साथ पूरा सहयोग और मार्गदर्शन किया जा रहा था।
जिला प्रशासन और मंदिर समिति द्वारा काफी भीड होने के बावजूद शीघ्रातिशीघ्र भगवान नागचन्‍द्रेश्‍वर के दर्शन की सुविधा श्रद्धालुओं को उपलब्‍ध कराई गई। जिन श्रद्धालुओं को भगवान श्री महाकालेश्‍वर के दर्शन करना थे उनके लिए प्रवेश की अलग से व्‍यवस्‍था की गई थी।
परंपरानुसार नागपंचमी के अवसर पर भगवान श्री नागचन्‍द्रेश्‍वर की शासकीय पूजा कलेक्‍टर एवं अध्‍यक्ष श्री महाकालेश्‍वर मंदिर स‍मिति श्री शशांक मिश्र द्वारा की गई। पूजा श्री गणेशपुरी जी द्वारा संपन्‍न करवाई गई। इस अवसर पर संभागायुक्‍त श्री अजीत कुमार सपरिवार, आई.जी. श्री राकेश गुप्‍ता, प्रशासक श्री अवधेश शर्मा एवं अन्‍य गणमान्‍य नागरिक मौजूद थे।
नागपंचमी के अवसर पर कलेक्‍टर श्री मिश्र और पुलिस अधीक्षक श्री अतुलकर कंट्रोल रूम के अलावा निरंतर परिसर का भ्रमण कर व्‍यवस्‍थाओं पर नजर रखे हुए थे। नागपंचमी पर्व के अवसर पर श्री महाकालेश्‍वर भगवान को भस्‍मार्ती के उपरांत शेषनाग धारण कराया गया।
जनसंपर्क मंत्री भस्‍मार्ती में शामिल हुए
नागपंचमी पर्व पर सोमवार प्रात: भगवान श्री महाकालेश्‍वर की भस्‍मार्ती में मध्‍यप्रदेश शासन के विधि एवं विधायी कार्य विभाग, जनसम्पर्क,विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, विमानन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग मंत्री श्री पी.सी. शर्मा शामिल हुए। भस्‍मार्ती उपरांत मंत्री श्री शर्मा ने भगवान श्री महाकाल का पूजन-अभिषेक किया।
मध्य रात्रि में पट खुले भगवान नागचंद्रेश्वर के
महंत श्री प्रकाश पुरी महाराज ने विधि विधान से किया भगवान नागचंद्रेश्वर का पूजन
साल में एक बार नाग पंचमी के अवसर पर खुलने वाले भगवान नागचंद्रेश्वर के पट 4 अगस्त की रात्रि 12:00 बजे शुभ मुहूर्त में खोले गए । मंदिर के पट खुलने के बाद सर्वप्रथम पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत श्री प्रकाश पुरी महाराज ने विधि-विधान से श्रीनाग चंद्रेश्वर भगवान का पूजन अर्चन किया । श्री नाग चंद्रेश्वर की प्रतिमा के पूजन के पश्चात श्री नाग चंद्रेश्वर के शिवलिंग का पूजन और अभिषेक किया गया । पूजन अर्चन के बाद भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन आम दर्शनार्थियों के लिए खोल दिए गए । साल में एक बार खुलने वाले भगवान श्री नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए 4 अगस्त की शाम से ही कतार में लगकर श्रद्धालु पट खुलने का इंतजार कर रहे थे । जिन श्रद्धालुओं को भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन करना थे उनके लिए प्रवेश की अलग से व्यवस्था की गई थी ।