संकल्प और सिद्धि का अनूठा केंद्र श्री अष्टविनायक धाम, लाल पत्थरों का नक्काशीदार भव्य मंदिर बनकर तैयार, 5 मई को होगी प्राण प्रतिष्ठा  

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) तीर्थनगरी उज्जैन में शांति पैलेस बायपास मार्ग पर नवनिर्मित श्री क्षेत्र अष्टविनायक धाम इन्हीं महिमावान महादेव मंगलमूर्ति श्री गणेश को समर्पित एक अभिनव मंदिर है। सात वर्ष में इसे साकार कर दिया। अब यह गणेशजी का घर है और लोक के मङ्गल को सुनिश्चित करने का धाम है। मंदिर के प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को भी आमंत्रित किया गया है,
हेमन्त व्यास ने पत्रकार वार्ता में बताया कि  इस धाम की परिकल्पना के केंद्र में भारत के महाराष्ट्र राज्य के प्रसिद्ध अष्टविनायक हैं, जिनकी कृपा और कीर्ति विश्वव्यापी है। इन्हीं अष्टविनायक के स्वरूप एक ही भव्य मंदिर में अब इस धाम में दर्शनार्थ सुलभ है। विशाल परिसर में स्थित और पारंपरिक भारतीय मंदिर स्थापत्यकला के अनुरूप निर्मित देवालय में मुख्य शिखर के अतिरिक्त आठ उप-शिखरों का निर्माण कर अष्टविनायक के मङ्गल विग्रह स्थापित किए गए हैं। मध्य में भगवान श्री गणेश की विशाल और सुंदर प्रतिमा है जिनके साथ देवी ऋद्धि-सिद्धि भी विराजमान हैं।
आठ रूपो में दर्शन देंगे विघ्नहर्ता
मुख्य मंदिर में प्रवेश के लिए भव्य द्वार है और लाल पत्थर से निर्मित नक्काशीदार मंडप से एक ही स्थान पर स्थिर रहकर अष्टविनायक के सभी आठों स्वरूप का दर्शन करने की अकल्पनीय सुविधा है। जो भक्तों को गणेश कृपा का प्रत्यक्ष साक्षात्कार कराने में समर्थ है। मंदिर से सटा परिक्रमा पथ भगवान की परिक्रमा के लिए है। जिसे करने के बाद जन्म-मरण के संसार चक्र से मुक्ति का भाव रख सकेंगे भक्त है।
30 अप्रैल को जल यात्रा, 5 मई को मुख्य प्रतिष्ठा समरोह
छह दिनी प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अंतर्गत 30 अप्रैल को रामघाट से जल यात्रा एवं 5 मई को मुख्य प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम होगा। रात मे प्रसिद्ध भजन गायिका शहनाज अख्तर की भजन संध्या एवं महाप्रसादी का आयोजन होगा।