मंडी, शिमला और कुल्लू जिलों में बादल फटने से 50 से अधिक लोग लापता,मुख्यमंत्री ने सुरक्षित स्थानों पर ही रहने की अपील की

शिमला ।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) हिमाचल प्रदेश के मंडी, शिमला और कुल्लू जिलों में गुरुवार तड़के बादल फटने से 50 लोग लापता हैं । दो अन्य के शव बरामद किये गये हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू स्वयं मीडिया को यह जानकारी दी।

मुख्यमंत्री ने कहा, “एनडीआरएफ, एसडीआरफ के साथ जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं। सुबह से रेवेन्यू मंत्री मेरे साथ संपर्क में है। 50 लोग लापता हैं और दो के शव बरामद हुए हैं। अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक हुई है। सभी को दिशा निर्देश दे दिया गया है। अगले 36 घंटे में अधिक बारिश होने की संभावना है।” उन्होंने लोगों से नदी-नालों के करीब न जाने और फिलहाल सुरक्षित स्थानों पर ही रहने की अपील की है। उन्होंने बताया कि वायु सेना और सेना को तैयार रहने के लिए कहा गया है।

सीएस सुक्खू ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनकी बात हुई है। उन्होंने मदद करने का आश्वासन दिया है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से भी बात हुई है। सभी प्रदेश की स्थिति पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। हिमाचल में आए आपदा के इस कहर से निपटने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सचिवालय में अधिकारियों के साथ आपातकालीन बैठक की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बचाव एवं राहत कार्य में जुटी हुई है। प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गए हैं। बैठक में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी भी मौजूद रहे।

शिमला की रामपुर तहसील, मंडी जिले की पधर तहसील और कुल्लू के गांव जाओन, निरमंड में बादल फटने से 50 से अधिक लोग लापता हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, होम गार्ड और दमकल की टीमें राहत, खोज एवं बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। स्थानीय प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्य सुचारू रूप से करने के निर्देश दिये गए हैं। मुख्यमंत्री राहत व बचाव कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का कहर जारी है। रामपुर के झाकड़ी में गुरुवार सुबह बादल फटने से समेज खड्ड में बाढ़ आ गई, जिसमें 50 लोग लापता बताए जा रहे हैं। इसमें एक पावर प्रोजेक्ट के लोग भी शामिल है। जानकारी के अनुसार, झाकड़ी के समेज खड्ड स्थित हाइड्रो प्रोजेक्ट के पास गुरुवार तड़के बादल फटा। इसकी जानकारी मिलते ही रामपुर उपमंडल प्रशासन, एनडीआरएफ, सीआईएसएफ, होमगार्ड्स और चिकित्सा दल की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई।

रामपुर के उपमंडल अधिकारी निशांत तोमर ने बताया कि गुरुवार सुबह बादल फटने की जानकारी मिली थी। इसके बाद क्षेत्र में अचानक बाढ़ आ गई। और प्रभावित क्षेत्र में 22 लोगों के लापता होने की जानकारी मिली है। उन्होंने कहा, “बादल फटने के कारण कई जगह सड़कें बंद पड़ी हुई हैं। इस वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी आ रही है। करीब दो किलोमीटर पैदल चलकर ही घटनास्थल तक राहत-बचाव के सामान को पहुंचाया जा रहा है।”

उपमंडल अधिकारी निशांत तोमर ने कहा, “प्रभावित क्षेत्र में राहत बचाव कार्य तेजी पर है। रेस्क्यू ऑपरेशन में आईटीबीपी, स्पेशल होमगार्ड्स की टुकड़ियों की भी मदद ली जा रही है। मौंके पर एंबुलेंस और अन्य सुविधाओं के भी इंतजाम किए गए हैं।” फिलहाल लापता लोगों की तलाश जारी है। इससे पहले हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले स्थित राजवन गांव में बुधवार देर रात बादल फटा था। इस हादसे में एक शख्स की मौत हो गई है। इसके अलावा 11 से अधिक लोग लापता हैं।