‘महाराज’ फिल्म के  खिलाफ वैष्णव संप्रदाय ने किया प्रदर्शन, कहा फिल्म ने सनातन धर्म, वैष्णववाद का अपमान किया

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) ओटीटी प्लेटफार्म नेट फ्लिक्स पर रिलिज होने वाली फिल्म महाराज के विरोध में श्री वल्लभ वैष्णव मंडल, महिला मंडल एवं युवा मंडल द्वारा खाराकुआ थाने पर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा गया।

मीडिया प्रभारी दीपक राजवानी ने बताया कि ओटीटी चैनल नेटफ्लिक्स पर रिलीज होने वाली फिल्म महाराज में सनातन धर्म और उसके समावेशी भगवान विष्णु के अनुयायी वैष्णववाद के आचार्य श्री के साथ ही, सनातन हिन्दु धर्म के आचार्य श्री गुरु संत का चित्रण किया गया है और सनातन हिन्दू धर्म के समाज विशेषकर वैष्णववाद एवं युवाओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गयी है। यह फिल्म वैदिक सनातन हिन्दु धर्म को भटकाने और हिन्दु धर्म के धर्म गुरुओं को खलनायक के रुप में चित्रित करने की मानसिकता से बनाई गयी है साथ ही इस फिल्म में भगवान श्री कृष्ण जी पर अभद्र टिप्पणियाँ की गई है और हिन्दु धर्मगुरुओं व सनातन हिन्दु धर्म को कलंकित करने का प्रयास किया गया है। यह फिल्म 150 साल पहले के एक कोर्ट केस पर आधारित है जब अंग्रेजों का शासन था वे हिन्दु समाज को तोड़ना चाहते थे और आज 150 साल बाद इस केस के जरिये हिन्दु धर्म को अपमानित करने की कोशिश की जा रही है इस प्रकार यह फिल्म सनातन हिन्दु धर्म और भारतीय समाज में वैष्णव संप्रदाय (भगवान विष्णु अनुयायी) धार्मिक गुरुओं आचार्य श्री, महाराज श्री की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से बनाई गयी है और अगर यह फिल्म रिलिज हुई तो कानुन व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में श्री वल्लभ वैष्णव मंडल, महिला मंडल एवं युवा मंडल के संयुक्त तत्वावधान में मंडल के सदस्यों एवं उज्जैन पुष्टिमार्गीय वैष्णव समाज जनों द्वारा खाराकुआ पुलिस थाने पर इस फिल्म के लेखक, निर्देशक और अभिनेता के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता वैष्णव जगदीश पांचाल, श्री वल्लभ वैष्णव मंडल के संस्थापक विट्ठल नागर, राजेंद्र शाह, आनंद पुरोहित, जयेश श्रॉफ, विशाल नीमा, अमित नागर, अमर दिसावल, हेतल शाह, नूपुर नीमा, वर्तिका नागर, राधा रानी सुगंधी, पवन त्रिपाठी, नरेश दिसावल, राजेश दिसावल, अजय मेहता, प्रदीप शाह, विनय नीमा, संगीता खंडेलवाल, पं बिहारी लाल राय, राकेश नीमा, श्रीमती उर्मिला, सोनम जोशी, रमाकांत दिशावल, अनिल दिशावल, केशव दिसावल आदि वैष्णव जनों इस फिल्म पर तत्काल प्रतिबंध लगाने कर मांग करते हुए कहा कि यह फिल्म वैष्णव संप्रदाय और हमारे आचार्यश्री और सनातन हिन्दु धर्म को कलंकित करने का प्रयास कर रही है।