श्रीराम जन्म कीर्तन के साथ मनाया भगवान श्रीराम का जन्मोतसव, बगलामुखी में कलाकारों ने दी नृत्य की प्रस्तुति ,विक्रम विश्वविद्यालय के वाग्देवी भवन में श्री रामलला की बहुरंगी रंगोली

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) महाराष्ट्र समाज द्वारा योगीपुरा स्थित अति प्राचीन श्रीराम मंदिर में श्रीराम जन्मोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर प्रसिध्द कीर्तनकार डॉ. अजय अपमार्जने पुना ने श्रीराम जन्म कीर्तन के माध्यम से भगवान श्रीराम के बताये परोपकार कल्याण मार्ग का गुणगान करते हुए बताया कि मोक्षनाम सर्वश्रेष्ठ श्रीराम है। आज के युग में शैक्षणिक पाठ्यक्रम में भगवान राम के विषय शिक्षा होना चाहिये जिससे छात्रों के साथ राष्ट्र का कल्याण होगा।

समाज मीडिया प्रभारी संजय दिवटे ने बताया कि तबले पर कलाकार राजेन्द्र करहाड़कर एवं हारमोनियम पर दिलीप फड़के द्वारा साथ दिया गया। अध्यक्षता पंकज चांदोरकर ने की। अतिथियों का स्वागत कर महाआरती में महाप्रसाद का वितरण किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे। संचालन समाज सचिव सुशील मूले द्वारा किया गया। आभार समाज उपाध्यक्ष सदाशिव नायगांवकर ने माना।


मानस भवन में जन्मोत्सव पर लगे श्रीराम के जयकारे
उज्जैन। रामनवमी के पावन पर्व पर क्षीरसागर स्थित मानस भवन में सुबह 8 बजे भगवान श्रीराम सीताजी, लक्ष्मणजी, हनुमानजी का अभिषेक पूजन किया गया। दोपहर 12 बजे ढोल, शंख ध्वनि के साथ भय प्रगट कृपाला, दीनदयाला, कौशल्या हितकारी, हर्षित महतारी, मुनि मन हारी अद्भुत रूप निहारी के उद्घोष में पं. संतोष पुजारी द्वारा आरती की गई।
इस अवसर पर मंदिर समिति द्वारा धर्मप्राण जनता को राम जन्मोत्सव की बधाई दी गई। आरती के बाद प्रसादी वितरित की गई। जन्मोत्सव पर भारी संख्या में धर्मप्राण जनता मौजूद रहीं।


श्री राम मंदिर में आरती के बाद प्रसादी वितरित
उज्जैन। ग्राम बाढ़कुम्मेद स्थित भगवान श्री राम मंदिर में श्री राम जन्माष्टमी पर श्रद्धा भक्ति के साथ मनाया गया। इस अवसर पर महा आरती की गई इसके पश्चात प्रसादी वितरण किया गया। युवा समाजसेवी मनोज मीणा ने बताया कि गांव में मीणा समाज द्वारा भगवान श्री राम मंदिर का निर्माण बरसों पहले किया गया था। श्री राम नवमी के अवसर पर महा आरती में प्रमुख रूप से मोहनलाल मीणा केसर सिंह गोठवाल रामेश्वर गोठवाल बहादुर गोठवाल मानसिंह गोठवाल संतोष मीणा देवनारायण मीणा जगदीश मीणा आत्माराम मीणा  अशोक जैन बबलू मीणा पिंटू मीणा सुनील मीणा चेतन मीना दीपक मीणा बाबू मीणा राकेश मीणा रोशन मीणा विकास मीणा धर्मेंद्र मीणा अभय मीणा ताराचंद वर्मा जितेंद्र सोनी दशरथ मीणा पवन मीणा आकाश मीणा गोविंद शर्मा कमल जैन कनु पटेल आंजना सुभाष पाटीदार मायाराम मीणा रामू मीणा जगदीश मीणा अज्जू मीणा लक्ष्मी नारायण वर्मा मुकेश मीणा संजय मीणा आदि शामिल हुए।


उज्जैन के बगलामुखी में रामनवमी पर कलाकारों ने दी नृत्य की प्रस्तुति 

उज्जैन। भैरवगढ़ रोड स्थित उज्जैन के प्रसिद्ध मां बगलामुखी मंदिर प्रांगण में रामनवमी पर्व के अवसर पर नगर की ख्यात कलाकारों ने श्रीराम के भजनों पर प्रस्तुतियां दी। यह आयोजन भर्तृहरि गुफा के पीठाधीश्वर योगी पीर महंत श्री रामनाथ जी महाराज के सानिध्य में आयोजित किया गया। देश-विदेश में नृत्य के जरिए नाम रोशन करने वाली नगर की ख्यात नृत्यांगना पलक पटवर्धन के निर्देशन में कलाकारों के दल ने मंदिर प्रांगण में रामनवमी पर्व के मौके पर भगवान श्री राम के भजनों पर एक से बढ़कर एक नृत्य की प्रस्तुतियां देकर श्रीराम की स्तुतियां की और उपस्थित श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध किया। इस अवसर पर मंदिर में देवी बगलामुखी का 51 बटुकों के द्वारा महानवमी पर विशेष अनुष्ठान किया गया।
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श्रीराम भारत की संपूर्ण सांस्कृतिक चेतना के प्रतीक हैं – पूर्व कुलपति प्रो मिश्र
श्रीरामलला स्वरूप रूपांकन एवं सृजन सम्मान हुआ रामनवमी पर,  प्रो मिश्र का हुआ सारस्वत सम्मान
रामनवमी पर्व पर बनाई गई श्री रामलला की बहुरंगी रंगोली, विक्रम विश्वविद्यालय के वाग्देवी भवन में
विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में रामनवमी के पावन अवसर पर पूर्व परम्परानुसार रूपांकन एवं सृजन सम्मान समारोह का आयोजन वाग्देवी भवन में 17 अप्रैल को प्रातः 10 बजे किया गया। इसमें ललित कला अध्ययनशाला के विद्यार्थी- कलाकारों द्वारा रंगोली के माध्यम से श्रीरामलला स्वरूप रूपांकन तथा विश्वविद्यालय के प्रतिभाशाली विद्यार्थी कलाकारों का सम्मान किया गया।
विशिष्ट उद्बोधन मुख्य अतिथि पूर्व कुलपति प्रो रामराजेश मिश्र ने दिया। प्रभारी कुलपति प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा की अध्यक्षता में संपन्न इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कलाकार, साहित्यकार एवं कलाप्रेमियों ने भाग लिया।
विक्रम विश्वविद्यालय एवं रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर के पूर्व कुलपति प्रोफेसर रामराजेश मिश्र ने अपने उद्बोधन में कहा कि श्रीराम सर्वव्यापी हैं। वे भारत की संपूर्ण सांस्कृतिक चेतना के प्रतीक हैं। उन्होंने जिसका स्पर्श किया, वह मुक्त हो गया। सभी प्रकार की जड़ता से मुक्ति का मार्ग श्री राम दिखाते हैं। सदियों से उनका चरित्र जीवन में नई राह दिखा रहा है।
विक्रम विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने कहा कि राम भारत की आत्मा के प्रतीक हैं। उनका आचार और व्यवहार अक्षय प्रेरणा का स्रोत है। श्री राघवेन्द्र का चरित्र सदैव धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष और भक्ति जैसे समस्त पुरुषार्थों को देने वाला है। सम्पूर्ण गुणों से युक्त श्रीराम की पावन उपस्थिति लोक और शास्त्र सबको नई आभा देती है।
कार्यक्रम में पूर्व कुलपति प्रो रामराजेश मिश्र को शॉल, श्रीफल अर्पित कर उनके जन्मदिवस पर सारस्वत सम्मान किया गया। खजुराहो नृत्य समारोह के अंतर्गत कथक कुंभ में सम्मिलित होकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान अर्जित करने वाली विश्वविद्यालय की प्रतिभावान विद्यार्थी नृत्यांगना सुश्री गौतमी नाईक को सम्मान राशि अर्पित कर सम्मानित किया गया। ललित कला के प्रतिभावान विद्यार्थी कलाकारों को सम्मान राशि अर्पित कर उन्हें सम्मानित किया गया। इनमें सम्मिलित थे, लक्ष्मी कुशवाह, पंकज सेहरा, मुकुलसिंह, जगबंधु महतो, नंदिनी प्रजापति, अक्षित शर्मा, आदित्य चौहान, प्रिंस परमार, जीत डे, अंशी, चांदनी डिगरसे, नैशा खान, सलोनी परमार, अलका कुमारी आदि।
कार्यक्रम में प्रो गीता नायक, डीएसडब्ल्यू प्रो एस के मिश्रा, प्रो ज्योति उपाध्याय, प्रो जगदीश चंद्र शर्मा, प्रो डी डी बेदिया, श्री राधाकिशन वाडिया, डॉ क्षमाशील मिश्रा, डॉ वीरेंद्र चावरे, श्री बृज खरे, डॉ सुशील शर्मा, डॉ आर पी शर्मा, डॉ एल एन सिंहरोडिया, डॉ महिमा मरमट, डॉ अजय शर्मा, श्री जगदीश शर्मा, श्री संजय आचार्य, श्री अनिल दाता आदि उपस्थित थे।
हिंदी अध्ययनशाला, ललित कला अध्ययनशाला और पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययनशाला के इस संयुक्त आयोजन में प्रारम्भ में स्वागत भाषण ललित कला विभागाध्यक्ष प्रो जगदीश चंद्र शर्मा ने दिया। श्री राम स्तुति जनसंचार की छात्रा झलक शिकारी ने प्रस्तुत की।
पारंपरिक रंगोली के माध्यम से ललित कला अध्ययनशाला के विद्यार्थी कलाकारों द्वारा रामनवमी के पावन अवसर पर रामलला स्वरूप का रूपांकन किया गया, जिसे बड़ी संख्या में उपस्थित कलाप्रेमियों ने सराहा। इन  विद्यार्थी कलाकारों में पंकज सेहरा, मुकुलसिंह, जगबंधु महतो, नंदिनी प्रजापति, लक्ष्मी कुशवाह, नैसा खान एवं अक्षित शर्मा सम्मिलित थे। आयोजन में वरिष्ठ कलाकार श्री राधाकिशन वाडिया, श्री ब्रज खरे, डॉ आर पी शर्मा आदि सहित अनेक कलाप्रेमियों और सर्जकों की आत्मीय उपस्थिति रही। संचालन प्रो जगदीश चंद्र शर्मा ने किया। आभार प्रदर्शन प्रो गीता नायक ने किया।
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