धोकेबाज ठेकेदार का अधिकारियों ने किया भूगतान

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) झूठा शपथ पत्र देकर इंदौर जिला निर्वाचन से धोखाधड़ी कर विधानसभा चुनाव 2018 में करीब एक करोड का सीसीटीवी विडियोग्राफी का ठेका लेने वाली फर्म के विरूद्ध अधिकारियों ने एफआईआर एवं राशि राजसात करने की बजाय उसे भूगतान किया है।ठेका फर्म ने टेंडर की शर्त के विरूद्ध झूठा शपथ पत्र दिया और सांठगांठ के साथ ठेका हांसिल कर लिया, जबकि इसी फर्म को उज्जैन जिला निर्वाचन ने जांच के साथ ठेका निरस्त कर नई निविदा आमंत्रित कर वहां से रवाना कर दिया था।        इंदौर जिला निर्वाचन ने विधानसभा चुनाव में चार बार निविदा आमंत्रित की थी।सीसीटीवी,विडियोग्राफी के साथ अन्य काम इसमें शामिल थे।अंतिम ई-निविदा संशोधित सूचना 26 सितम्बर 2018 को आमंत्रित की गई। जिसके तहत देवास की ब्लेक लिस्ट फर्म टीना विडियो विजन को ठेका दिया गया।जबकि निर्वाचन की निविदा शर्त क्रमांक 10 में  साफ किया गया था कि ठेकेदार फर्म को निविदा के साथ इस आशय का शपथ-पत्र प्रस्तुत करना होगा कि ‘निविदाकर्ता /फर्म/कंपनी/प्रोपाइटर को पूर्व में किसी भी शासकीय /अर्ध शासकीय कार्यालय /विभाग  द्वारा ब्लेक लिस्ट नहीं किया गया है।‘ प्रस्तुत करना होगा।शपथ-पत्र असत्य पाया जाने पर तथा इस प्रकार की सूचना पाए जाने पर निविदा निरस्त कर दंड़ात्मक कार्यवाही की जावेगी।जिला निर्वाचन अधिकारी के लिए अपर कलेक्टर ने निविदा आमंत्रित की थी।इसके साथ ही निविदा प्रपत्र की अन्य शर्तों को भी सांठगांठ के साथ हवा में उड़ा दिया गया।
यह है मामला: लोकसभा 2014 और विधानसभा उप चुनाव के दौरान टीना वीडियों विजन द्वारा एक तो संतोषजनक कार्य नहीं किया गया, कम कार्य किया गया और उसके बाद भी बिलों का बिना परीक्षण किये भुगतान किया गया। जांच के बाद यह साबित हो गया कि बिना परीक्षण किये संस्था को देयक क्रमांक 98-99-100 के माध्यम से कुल 8 लाख 78 हजार 350 रूपये का भुगतान किया गया। लोकसभा चुनाव 2014 के बावत उप जिला निर्वाचन अधिकारी आगर-मालवा ने  बगैर परीक्षण के टीना वीडियों विजन देवास को किये गये इस भुगतान पर जांच में प्रमाणित होने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई ।
(द्वारा : कर्म यज्ञ )