औरंगाबाद,(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) औरंगाबाद में मालगाड़ी से कटकर जान गंवाने वाले 16 प्रवासी मजदूरों की मौत पर राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है. महाराष्ट्र सरकार को भेजे गए नोटिस में एक सप्ताह के भीतर इस हादसे पर महाराष्ट्र सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है.मालगाड़ी की चपेट में आने से 16 मजदूरों की मौत के मामले पर राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग(एनएचआरसी) ने संज्ञान लिया है. मानवाधिकार आयोग ने महाराष्ट्र सरकार को इस हादसे के संबंध में नोटिस भेजकर जवाब मांगा है.समाचार एजेंसी के मुताबिक महाराष्ट्र के मुख्य सचिव और औरंगाबाद के जिला मजिस्ट्रेट को भेजे गए नोटिस में इस हादसे पर आयोग ने सवाल पूछा है. औरंगाबाद में बदनापुर-करमाड रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार सुबह एक मालगाड़ी की चपेट में आने से 16 मजदूरों की मौत हो गई थी और कई गंभीर रूप से घायल हो गए.आयोग ने अधिकारियों को इस हादसे पर एक सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट पेश करने को कहा है. इस रिपोर्ट में राज्य और जिला स्तर के अधिकारियों की ओर से उठाए गए कदम, प्रवासी मजदूरों के लिए भोजन, शेल्टर होम और जरूरी सेवाओं का बंदोबस्त से संबंधित कार्यों का जिक्र करना होगा. आयोग ने कहा है कि प्रवासी मजदूर कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन से हर तरह से त्रस्त हो रहे हैं.हादसे में मारे गए मजदूर मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं. मजदूर जालना में एक एसआरजी कंपनी में काम कर रहे थे. लॉकडाउन की वजह से मजदूर यहीं फंसे रह गए. 5 मई को कुछ दूर सड़क मार्ग से चलने के बाद मजदूरों ने औरंगाबाद के पास रेलवे ट्रैक के साथ चलना शुरू कर दिया.जालना से भुसावल 36 किलोमीटर पैदल चलकर मजदूर थक गए थे. थकने की वजह रेलवे पटरी पर ही आराम करने लगे. उन्हें झपकी आ गई और ट्रेन सुबह 5:15 के करीब उनके ऊपर से आगे निकल गई. हादसे के बाद रेल मंत्रालय की ओर से जांच के आदेश दिए गए हैं.