NDA संसदीय दल के नेता चुने गए मोदी

दिल्ली |(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में शनिवार एनडीए संसदीय दल की बैठक चल रही है. इसमें एनडीए के सभी नेता मौजूद रहे. लोकसभा 2019 चुनाव में जीतने वाले 303 बीजेपी सांसद भी इस बैठक में मौजूद हैं. इसमें सर्वसम्मति से पीएम नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना गया. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा, जिस पर सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से हामी भरी.

इसके बाद बीजेपी की सहयोगी पार्टियों ने एनडीए संसदीय दल के नेता के तौर पर मोदी के नाम पर मुहर लगाई. सबसे पहले एनडीए संसदीय दल के नेता के तौर पर अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, एलजेपी चीफ रामविलास पासवान ने मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका सभी ने समर्थन किया.

जैसे ही पीएम नरेंद्र मोदी सेंट्रल हॉल में आए, वहां मौजूद सभी सदस्यों ने उनका स्वागत किया. मंच पर पीएम मोदी के साथ राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, अमित शाह, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, प्रकाश सिंह बादल, नीतीश कुमार, रामविलास पासवान, उद्धव ठाकरे मौजूद रहे. पीएम मोदी ने इस दौरान आडवाणी, प्रकाश बादल और जोशी के पैर छूकर आशीर्वाद लिया.

मोदी बोले- जनता ने चलाया देश

पीएम ने भाषण में कहा कि प्रचंड जनादेश जिम्मेदारियों को और बढ़ा देता है. कहा जाता है कि चुनाव दूरियां पैदा कर देता है,दीवार बना देता है. लेकिन 2019 के चुनाव ने दीवार तोड़ दी और दिलों को जोड़ा है. यह चुनाव सामाजिक एकता का आंदोलन बन गया है.

अमित शाह ने की मोदी की तारीफ

इस दौरान अमित शाह ने कहा कि बीजेपी के 303 और एनडीए के 353 सांसद चुनकर आना जनता का आपार समर्थन है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से मोदी ने 5 साल शासन चलाया, वो बताता है कि लोगों ने नरेंद्र मोदी एक्सपेरिमेंट को मन से स्वीकार किया.शाह ने कहा, लोग सोचते थे कि आतंकवाद पर ठोस कार्रवाई नहीं होती लेकिन मोदी के आने पर लोगों को यकीन हुआ कि कोई ऐसा नेता भी है जो आतंकियों के घर में घुसकर कार्रवाई करता है. शाह ने कहा, 60 के दशक से देश के लोकतंत्र को परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टीकरण जैसे नासूरों ने डसा हुआ था. 2019 के जनादेश ने परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टिकरण को राजनीति से बाहर निकाल दिया है.