वैदिक मंत्रोच्चारण से गूंजी कश्मीर घाटी,आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती महाराज की अध्यक्षता में हुआ हवन यज्ञ और विशेष पूजा

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) श्रीनगर में डल झील के किनारे स्थित गोपाद्री पर्वत पर ऐतिहासिक शंकराचार्य मंदिर में मंगलवार को वैदिक मंत्रोच्चारण से कश्मीर घाटी गूंज उठी। बदले हालात और शांत माहौल के बीच देश की एकता और अखंडता को मजबूत करने की भावना के साथ आदि शंकराचार्य जयंती पर शंकराचार्य मंदिर में राजौरी जिले के सुंदरबनी से महामंडलेश्वर स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती महाराज के साथ सैकड़ों श्रद्धालुओं के अलावा उज्जैन से महाराजश्री के अनुयायी एवं देशभर के कई राज्यों से संत-महात्मा जुटे।

महाराजश्री के अनुयायी समाजसेवी अजीत मंगलम ने बताया कि श्रीनगर में शंकराचार्य मंदिर में अटल पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 श्री स्वामी विश्वात्मा नंद सरस्वती महाराज की अध्यक्षता में हवन यज्ञ और विशेष पूजा अर्चना हुई साथ ही अनुच्छेद 370 हटने के बाद श्रीनगर में मंगलवार को एक अन्य पहला बड़ा संत सम्मेलन हुआ। टैगोर हाल मे हुए संत सम्मेलन में देशभर से संत-महात्मा पहुंचे तथा कश्मीर से पूरे विश्व में शांति का संदेश दिया। सम्मेलन में महामंडलेश्वर अक्षरानंद जी. महामंडलेश्वर कामेश्वर दास, महामंडलेश्वर नारायण नंद सरस्वती, विशाल चेतना जी और सेवा गिरी भी शामिल हुए। स्थानीय प्रशासन एवं कश्मीरी हिंदू भक्तों द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया। विश्व प्रसिद्ध श्रीनगर स्थित शंकराचार्य मंदिर में विगत 7 वर्षों से लगातार स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती महाराज की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। कश्मीर घाटी में इस अवसर पर प्रथम बार संत सम्मेलन भी आयोजित हुआ।