उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) कोरोना वायरस अंतरराष्ट्रीय महामारी है। इस महामारी ने लाखों लाख लोगों को लील लिया है। भारत के मजदूर गरीब तबका जो शहरों में रहकर अपना जीवन यापन करता हैं, फैक्ट्रियों में काम करके अपना जीवन यापन करता हैं प्रधानमंत्री मोदी ने तत्काल कदम उठाकर पहले कोरोना को रोकने के प्रयास किए और भारत के प्रत्येक नागरिक के प्रति संवेदना के साथ काम शुरू किया। इतनी बड़ी विपदा देश पर पड़ी है। देश के प्रत्येक नागरिक को बचाना भारत सरकार ने अपनी जिम्मेदारी समझा है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी मजदूरों को सहूलियत देने की बजाय सिर्फ विरोधाभासी राजनीति कर रही है। कांग्रेस सिर्फ विरोध की राजनीति करके अपने आप को जिंदा रखना चाहती है।मजदूरों की हित चिंतक बनने के ढोंग रचे जा रहे हैं।सरकार सुरक्षा की दृष्टि से और सहूलियत देने की तमाम केंद्रीय मंत्रालयों से सुविधा देने का काम कर रही है। राज्य सरकारों को भी इसके लिए तत्काल प्रावधान के निर्देश दिए हैं। खाद्यान्न सामग्री बैंकों की रिकवर के साथ अनेक सुविधाएं मुहैया करवाई है। लेकिन कांग्रेस सिर्फ नौटंकी पर ही जिंदा है। कांग्रेस अगर इतनी मजदूरों की हित चिंतक होती तो देश के प्रत्येक गांव कस्बों और शहरों में कांग्रेस सेवा दल के कैंप लगाकर सेवा कार्य करती। सरकार के ऊपर दोषारोपण की बजाए स्वयंसेवी बनती और सरकार मदद नहीं करती, तब नौटंकी करने का पूर्ण अधिकार कांग्रेस को प्राप्त होता। उज्जैन के कांग्रेसी विधायक जी यह नहीं जानते कि यह शहर सद्भावना का शहर है। ऐतिहासिक धार्मिक शहर है, छपास की राजनीति थोथी पब्लिसिटी को संघर्ष बताकर लोगों को मूर्ख बनाना बंद करों ।
बुधवार सुबह कांग्रेस के तराना विधायक महेश परमारअपने साथी विधायक मनोज चावला, अजीत ठाकुर, सोनू शर्मा, वीरेन्द्रसिंह, निजाम काजी के साथ हाथों में तिरंगा थामकर महाकाल मंदिर पहुंचे। जहां से वह बाबा महाकाल के शिखर दर्शन कर अपनी उज्जैन से भोपाल तक पैदल यात्रा की शुरुआत करने वाले थे। लेकिन यात्रा शुरू होने से पहले ही पुलिस प्रशासन और सीआरपीएफ की कंपनी महाकाल मंदिर पहुंच गई और यात्रा शुरू होने से पहले विधायक और उनके साथियों को घेर लिया गया। पुलिस ने उन्हें उठा लिया और गिरफ्तार पार्टी वाहन में डालकर सीधे केंद्रीय जेल भैरवगढ़ भेज दिया। विधायक को गिरफ्तार करने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रूपेश द्विवेदी, महाकाल थाना पुलिस और सीआरपीएफ कंपनी के जवान पहुंचे थे। गौरतलब हो कि विधायक परमार पिछले कई दिनों से किसानों और मजदूरों को वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान हो रही परेशानी को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर कलेक्टर कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन भी किया था। उस दौरान पुलिस ने उनके खिलाफ जिलाधीश के आदेश का उल्लंघन करने की धारा 188 का प्रकरण दर्ज किया था।
