पुजारी प्रतिनिधि पर कार्रवाई को लेकरअखाड़ा परिषद का कलेक्टर को ज्ञापन, ऋणमुक्तेश्वर के महंत महवीरनाथ से अभद्रता पर भड़के सैकड़ों साधु-संत

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) महाकाल मंदिर के गर्भगृह में बुधवार की सुबह दर्शन के दौरान हुए विवाद के बाद पुजारी प्रतिनिधि महेश शर्मा पर कार्रवाई को लेकर स्थानीय अखाड़ा परिषद ने कलेक्टर रोशन कुमार सिंह को ज्ञापन सोपा। 

सुबह विवाद के तुरंत बाद ही ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर के महंत महावीर नाथ ने अपने साथ हुई अभद्रता की घटना से जैसे ही स्थानीय साधु-संतों को अवगत कराया तो संत समाज भड़क उठा और पुजारी प्रतिनिधि शर्मा पर सख्त कार्रवाई किए जाने को लेकर स्थानीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत डॉ. रामेश्वर दास महाराज के नेतृत्व में समस्त अखाड़ों के साधु-संत, महंत की बैठक के बाद उज्जैन कलेक्टर रोशन कुमार सिंह से मिलने पहुंचे। संतों ने कलेक्टर को पूरी घटना बताने के बाद पुजारी प्रतिनिधि महेश शर्मा के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग को लेकर ज्ञापन सोपा। संतों ने मंदिर प्रशासक प्रथम कौशिक से भी मुलाकात की व उन्हें भी पुजारी प्रतिनिधि महेश शर्मा को मंदिर से निष्कासित करने की मांग की। कलेक्टर व प्रशासक ने साधु-संतों की बात सुनने के बाद आश्वासन देते हुए कहा कि वे इस पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। दोषियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद आक्रोशित साधु-संत शांत होकर रवाना हुए। इस दौरान अखाड़ों से जुड़े 100 से अधिक साधु-संत मौजूद थे। 

देशभर के नाथ संप्रदाय के साधु-संत नाराजगी

यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को अवगत कराया

ऋणमुक्तेश्वर महादेव मंदिर के महंत महावीर नाथ महाराज नाथ संप्रदाय से आते हैं। उनके गुरु भर्तृहरि गुफा के पीठाधीश्वर योगी पीर महंत श्री रामनाथ जी महाराज है। महावीर नाथ जी महाराज के साथ महाकाल मंदिर में पुजारी प्रतिनिधि महेश शर्मा के द्वारा जो अभद्रता की गई व उन्हें देख लेने की धमकी देने की घटना से देशभर के नाथ संप्रदाय के हजारों साधु-संतों में नाराजगी है। संप्रदाय के समस्त साधु-संत इस घटना का विरोध कर अपने जिला मुख्यालय में जिला अधिकारियों को उज्जैन में हुई घटना से अवगत कराते हुए कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन सोप रहे हैं। वहीं यूपी के सीएम एवं नाथ संप्रदाय के मुखिया योगी आदित्यनाथ जी को भी इस पूरे मामले से अवगत करा दिया गया है। उन्होंने घटना की निंदा करते हुए कहा कि इस तरह से साधु-संत समाज का अपमान सहन नहीं किया जाएगा। हम स्थानीय प्रशासन व शासन से उचित कार्रवाई की मांग करते हैं।