डीआईजी के अनुसार, हंगामे को लेकर तौकीर रजा के संगठन के कुछ लोगों का नाम भी सामने आया है। उनके खिलाफ कुछ सबूत भी हैं। इन लोगों के नाम एफआईआर में भी दर्ज किए गए हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की घटना के संबंध में अब तक कुल 10 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। डीआईजी ने यह भी बताया कि घटनास्थल से हथियार, खाली खोखे, कुछ बोतलें और घटना में इस्तेमाल की गई अन्य सामग्री बरामद की गई है। कुल 22 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और उनका इलाज चल रहा है।
इसी बीच, ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने ‘पैगंबर मोहम्मद’ के पोस्टर और बैनरों को लेकर सवाल उठाए। बरेली के हंगामे के बाद उन्होंने कहा कि पोस्टर बैनर निकालना और सड़कों पर हुड़दंग मचाना, ये सिर्फ दिखावा है। इस्लाम कभी दिखावे को पसंद नहीं करता है। मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा, “पैगंबर मोहम्मद ने तमाम रास्ते बातचीत और समझौते के जरिए निकाले। झूठ, फरेब, मक्कारी, जुआ, शराब और नशा इन तमाम चीजों से दूर रहिए। पांचों वक्त की नमाज पढ़िए। यही उनकी असली शिक्षा थी। उनकी शिक्षा पर अमल करना है सच्ची मोहब्बत है। मोहब्बत का इजहार दिल में रखिए। बैनर पोस्टरों से इजहार-ए मोहब्बत नहीं होना चाहिए।” उन्होंने कहा, “बैनर पोस्टर दीवारों पर लगाए जा रहे हैं। उसके बाद में वही पोस्टर बैनर टूटकर बेकार होने पर नालियों में चले जाते हैं। यह पैगंबर मोहम्मद की तौहीन हो रही है।”
बरेलवी ने बरेली की जनता से शांति बनाए रखने की अपील की। मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा, “जो घटना हुई, वह अफसोसनाक है। बरेली शहर के लोगों से अमन और शांति बनाए जाने की अपील करता हूं। इससे पहले भी कोशिश में रहा हूं कि शहर में अमन शांति बनी रहे। हमने समझाने की कोशिश की कि कोई कानून को अपने हाथ में न ले।”
