थाना प्रभारी मंदसौर का कारनामा मुस्लिम धर्म गुरु के साथ मिलकर प्रिंस झांझोट का जबरन खतना कर इस्लामिक धर्म अपनाने पर मजबुर किया, उमेश नाथजी महाराज वाल्मीकी शक्तिपीठ सौंपेगा आईजी को ज्ञापन

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) नाबालिक बच्चे की जबरन खतना करवाने और धर्मांतरण करवाने के मामले में आदर्श वाल्मीकी कल्याण सभा एवं उमेश नाथजी महाराज वाल्मीकी शक्तिपीठ द्वारा 24 फरवरी को पुलिस महानिरीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा।

अध्यक्ष राकेश गिरजे (पारू), वरिष्ठ उपाध्यक्ष गुरू चरण कलोसिया, महासचिव लोकेश टोपे ने बताया कि मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के साथ सीधे खिलवाड किया जा रहा है यह अपराध कोई आम व्यक्ति के द्वारा नहीं किया जा रहा है कानून का पालन करवाने वाले पुलिस महकमें की महिला थाना प्रभारी रानी बेग द्वारा किया जा रहा है। राजकुमार झांझोट से रानी बेग की शादी 17 अप्रैल 2007 को हुई थी जिसका कार्यालय नगर पालिका उज्जैन में विवाह पंजीयन 10 अक्टूबर 2009 को किया गया है शादी के बाद 20 मई 2007 को पुत्र का जन्म हुआ जिसका जन्म प्रमाण पत्र 3 जनवरी 2011 को जारी किया गया। दोनो पति-पत्नी के रूप में 15 वर्ष के लगभग वैवाहिक जीवन साथी के रूप में रहे। इस बीच रानी को पुलिस उपनिरीक्षक के रूप में पुलिस विभाग में शासकीय नौकरी प्राप्त हुई नौकरी प्राप्त होने के पश्चात रानी की पोस्टिंग थाना बावडिया जिला देवास में हुई वर्ष 2016-2017 में रानी बेग के द्वारा अपने पति व पुत्र पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाया गया क्योंकि इसका नया अवैध प्रेम संबंध तारिख हुसैन निवासी मुसाखेडी जिला इंदौर से शुरू हुआ और रानी के द्वारा प्रिंस पिता राजकुमार झांझोट के पुत्र को उज्जैन में स्कूल आक्सफोर्ड से अपने साथ देवास लेकर चली गई। अपने आशिक तारिख हुसैन की मदद से देवास के मुस्लिम धर्म गुरु के साथ मिलकर प्रिंस झांझोट का जबरन खतना कर इस्लामिक धर्म अपनाने पर मजबुर किया गया और असत्य दस्तावेज के द्वारा प्रिंस झांझोट की का नाम बदलकर प्रिंस मलिक के नाम से समग्र आई.डी बना दी गई। इस पुरे घटना क्रम में मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के साथ सीधा खिलवाड किया गया है और अपने पुलिस पद का भी दुरूपयोग किया गया है।
आदर्श वाल्मीकी कल्याण सभा एवं उमेश नाथजी महाराज वाल्मीकी शक्तिपीठ ने रानी बेग और उसके प्रेमी तारिख हुसैन के साथ देवास जिला के मुस्लिम धर्म गुरु के विरूद्ध धारा 420, 468, 467, 471, 120 बी, 323, 324, 506, 34 व मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के अंतर्गत आने वाली अन्य धाराओं में आपराधिक मामला पंजीबद्ध करने की मांग की जाएगी। साथ ही रानी बेग को तुरंत प्रभाव से पुलिस विभाग से निलंबित किया जावे ताकी जांच रिपोर्ट को अपने पद के दुरूपयोग से पुलिस कार्यवाही में बाधक ना बने। और रानी झांझोट के खिलाफ तुरंत अपराध पंजीबद्ध किया जावें। साथ ही चेतावनी दी जाएगी कि यदि तुरंत प्रभाव से आपराधिक मामला पंजीबद्ध नहीं किया जाता है और पुलिस विभाग से बर्खास्त नही किया जाता है तो हमारे संगठन आदर्श वाल्मीकी कल्याण सभा, उज्जैन एवं उमेश नाथ जी महाराज वाल्मीकी शक्तिपीठ उज्जैन द्वारा उग्र आंदोलन एवं धरना प्रदर्शन किया जावेगा।


नाबालिक बच्चों की जबरन खतना करने व धर्मांतरण के खिलाफ दिया धरना
महिला थाना प्रभारी मंदसौर, ताहिर हुसैन, देवास के मुस्लिम धर्मगुरु के खिलाफ अपराधी मामला पंजीकृत करने की मांग
युवा आदर्श वाल्मीकि समाज ने भी हिंदू संगठन के समर्थन में आईजी कार्यालय पर ज्ञापन दिया
उज्जैन। मप्र युवा शिवसेना गोरक्षा न्यास, हिंदू टाइगर फोर्स, राष्ट्रीय हिंदू परिषद भारत, राष्ट्रीय बजरंग दल शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट, भारत रक्षा मंच उज्जैन के सैकड़ो हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने गौ रक्षा न्यास के संस्थापक हिंदू टाइगर फोर्स के राष्ट्रीय महासचिव मनीष सिंह चौहान की उपस्थिति में नाबालिक बच्चे का जबरन खतना कर इस्लामी धर्म कबूल करने के लिए मजबूर करने वाली उसकी मां व थाना प्रभारी मंदसौर महिला रानी बेग, ताहिर हुसैन, देवास के मुस्लिम धर्म गुरु के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया।
रानी बेग पति राजकुमार झंझोट की शादी के बाद दोनों के घर एक बच्चे का जन्म हुआ। इसका नाम प्रिंस झंझोट रखा गया। कुछ दिन बाद रानी बेग स्कूल से अपने बच्चों को डायरेक्ट देवास ले गई। अपने साथी ताहिर हुसैन व मुस्लिम धर्म गुरु के माध्यम से प्रिंस झंझोट को प्रिंस मलिक बना दिया व इसकी खतना कर दी। काफी शिकायत के बाद भी पुलिस द्वारा किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने पर हिंदू संगठन के द्वारा आईजी कार्यालय पहुंचकर धरना दिया गया और उज्जैन आईजी के नाम ज्ञापन सोपा गया और मांग की गई की रानी बेग और उनके साथियों के द्वारा नाबालिक बच्चे का जबरन धर्मांतरण किया गया है और असत्य दस्तावेज तैयार कर 420 की गई है। इन सभी के खिलाफ अपराधी मामला पंजीकृत कर रानी को तत्काल थाना प्रभारी पद से हटाया जाए। इस मौके पर बड़ी संख्या में वाल्मीकि समाज व अन्य हिंदू संगठन के कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित थे। मुख्य रूप से राष्ट्रीय हिंदू परिषद भारत के प्रदेश अध्यक्ष मुरली निगम, युवा राजकुमार झंझोट, आदर्श वाल्मीकि समाज के नगर जिला अध्यक्ष राकेश गिरजे, वरिष्ठ उपाध्यक्ष गुरु चरणजीत कोलोस्सिया, चंदू पहलवान टॉक, मनोज गोसर, लोकेश टोपे, गोरक्षा न्यास के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष हरि माली, प्रदेश संगठन प्रदेश उपाध्यक्ष करण सिंह दरबार, मंत्री मुकेश कुमावत, उज्जैन जिला अध्यक्ष अशोक पांचाल, पप्पू नाथ मकवाना, बने सिंह माली, कुंदन रवि बाली, भगत डोंगरे, संदीप पचोर, राजकुमार गौरी, कपिल देवधरे, आकाश शर्मा, नितिन बाली, तनु टॉक, सानू टॉक, समर सोलंकी, सत्तू जैन, साजन जलवा, श्याम जाट, पिंटू मालवीय, अंकित झंझोट, दिलीप झंझोट, विजय झांझर, करण भैरवी, अभिजीत झंझोट, राजकुमार झंझोट, कमलेश चंद्रावती उर्फ रानी पंडित, नीलेश आनंद तिवारी, अजय दगी, ओम गुर्जर, विमल आंजना, नितेश पटेल, प्रीति दीक्षित, संतोष ठाकुर, अजय योगी, गोविंद चौधरी, प्रकाश सिंह, राहुल रूपाली कटारिया, गजेंद्र सिंह, पप्पू नाथ मकवाना, कमल राठौर, सूरज निर्मल, युवराज अखंड, तेजू बाबा, हैप्पी शर्मा, राहुल सिंघल, रामदास रामायणी, रानू वैष्णव, सिवान सिंह, कपिल सिंह गौर, वीरेंद्र गुर्जर, युवा सेना नगर प्रमुख धर्मेंद्र अमोलिया, प्रदेश सचिव दिनेश प्रजापत, जिला प्रमुख सुरेश चंद प्रजापति, राजू माथुर, उमेश रजावत, मनीष वर्मा, वेद प्रकाश प्रजापत, योगेश कैथवास, विशाल सिसौदिया, सुरेश पारेगी, गोलू ठाकुर, विक्रम अंजना, गौरव निगम, दिनेश सूर्यवंशी, अनिल हिरवे, जितेंद्र जाटव, लवेश गोयल, अजय चौहान, हितेश चौहान, हर्षित पटेल, मनीष भदौरिया, युवा सेना जिला प्रमुख, सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे। यह जानकारी मनीष सिंह चौहान द्वारा दी गई।