नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल के आयोजकों की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया ‘हम गहरे दुख के साथ जुबीन गर्ग के निधन की खबर साझा कर रहे हैं। स्कूबा डाइविंग करते समय उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई और उन्हें तुरंत सीपीआर दिया गया। उन्हें सिंगापुर जनरल अस्पताल ले जाया गया। उन्हें बचाने के तमाम प्रयासों के बावजूद, दोपहर करीब 2.30 बजे आईसीयू में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।’
पीएम मोदी ने जताई संवेदना
प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘लोकप्रिय गायक जुबिन गर्ग के आकस्मिक निधन से स्तब्ध हूं. उन्हें संगीत में उनके समृद्ध योगदान के लिए याद किया जायेगा. ‘उनकी प्रस्तुतियां सभी वर्गों के लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय थीं. उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं. ओम शांति.’’
जुबीन गर्ग नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल में भाग लेने के लिए सिंगापुर में थे। यहां उन्हें 20 सितंबर को परफॉर्म करना था। उनकी अचानक मृत्यु ने प्रशंसकों और पूरे असमिया समुदाय को हैरान कर दिया है। उनके जाने से भारतीय संगीत उद्योग में एक गहरा शून्य पैदा हो गया है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने जुबीन गर्ग के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने एक्स पर लिखा ‘आज असम ने अपने सबसे प्रिय सपूतों में से एक को खो दिया। मेरे पास यह बताने के लिए शब्द नहीं हैं कि जुबीन राज्य के लिए कितना मायने रखते थे। वह बहुत जल्दी चले गए, यह जाने की उम्र नहीं थी।’
पूर्व राज्यसभा सांसद रिपु बोरा ने एक्स पर गायक को अंतिम श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने लिखा ‘हमारे सांस्कृतिक प्रतीक जुबीन गर्ग के असामयिक निधन से गहरा सदमा और दुख हुआ है। उनकी आवाज, संगीत और साहस ने असम और अन्य जगहों की पीढ़ियों को प्रेरित किया। उनके परिवार, प्रशंसकों और प्रियजनों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। श्रद्धांजलि।’ जुबीन गर्ग ने साल 2006 में रिलीज हुई फिल्म ‘गैंगस्टर’ का गाना ‘या अली’ गाया था। इस गाने से वह काफी मशहूर हुए थे। उन्होंने साल 2002 में रलीज हुई फिल्म ‘कांटे’ का गाना ‘जाने क्या होगा रामा रे’ गाया था। इसके अलावा उन्होंने ‘नमस्ते लंदन’ का गाना ‘दिलरुबा’ गाया था।
