गौ माता को कत्लखाने में नहीं कटने देंगे संतों ने भरी हुंकार, सांसद बोले लोकसभा में रखूंगा बात 

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी)  सनातन धर्म में गौ माता का सर्वोच्च स्थान है जिस देश में रामराज्य रहा हो उस देश में गोवंश क़त्ल खानों में जा रहा है सड़क पर दर-दर भटक रहा है उनको बचाने के लिए कोई  कार्यप्रणाली सरकार की ठीक नहीं । हमारा दुर्भाग्य है कि गौ माताओं को पालने की बजाय कत्लखाने में भेजा जा रहा है जिस देश में लोकतंत्र के मंदिर संसद भवन  में राजदंड की स्थापना हो और उस राजदंड में नंदी का चिन्ह लगा हुआ है और उसी देश में गौ माता का मांस बिक रहा है विदेशों में उसका निर्यात हो रहा है यह हमारे लिए बहुत ही चिंतनीय और देश का दुखद काल है हमारे देश के  प्रधानमंत्री जिस कार्य का शुभारंभ करते हैं उसी कार्य का वह लोकार्पण भी करते है ।  ऐसे प्रधानमंत्री  मोदी के होते हुए गायों को कसाई खाने में भेजना बहुत कष्ट दायक है ।  धर्म को स्वार्थ पूर्ति  का हथियार बनाकर सिद्धांतों के साथ खिलवाड़ करने वाला व्यसन और बुराइयों को महामंडित करने वाला नास्तिक से भी अनंत गुना ज्यादा खतरनाक है उक्त विचार राष्ट्र संत कमल मुनि कमलेश ने स्वर्णिम भारत मंच द्वारा आयोजित विशाल सर्व धर्म सम्मेलन को संबोधित करते कहा कि सदाचार सात्विकता संयम साधना और त्याग सभी धर्म का मूल प्राण है सभी धर्म गुरु को मिलकर धर्म में आई विकृतियों मुक्ति दिलाने का काम प्राथमिक स्तर पर करना चाहिए।
 इसी के साथ  महामंडलेश्वर शैलेशांद गिरी ने उद्बोधन में कहा  कि सरकार की नियत अच्छी हो सकती है परंतु कार्य करने वालों की नीति ठीक नहीं है महाकाल लोक इसका उदाहरण है ।  प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने अच्छी नियत से बनवाया परंतु कर्ताधर्ताओं ने दूसरा खेल करना शुरू कर दिया।  सनातन धर्म  से बड़ा कोई धर्म नहीं है हमारे यहां धर्म को तोड़ने के लिए कई विदेशी आक्रांता ने हमले किए मंदिर तोड़े हमारी संस्कृति को नष्ट भ्रष्ट करने का दुस्साहस किया परंतु यह राजाराम का भारत है इसको कोई खंडित नहीं कर सकता है।  स्वर्णिम भारत मंच के द्वारा आज संतो को बुलाकर उज्जैन को पवित्र नगरी और शिप्रा को शुद्ध  करने के लिए स्वर्णिम भारत मंच ने जो प्रयास किया है उसकी मैं बहुत बहुत प्रशंसा करता हूं साथ ही स्वर्णिम भारत मंच द्वारा निशुल्क भोजन सेवा का संचालन किया किया जा रहा है उसकी जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। कोरोना काल में भी जब मजदूर इधर-उधर भटक रहे थे तब स्वर्णिम भारत के कार्यकर्ताओं ने भूखे लोगों को भोजन कराया जो आज भी निरंतर यह कार्य चल रहा है । महाकाल की नगरी में कोई भूखा नहीं रहे इस संकल्प को स्वर्णिम भारत मंच  हमेशा पूरा करता आया है  मेरी ओर से स्वर्णिम भारत मंच को बधाई।  महामंडलेश्वर श्रीश्री 1008 डॉ. सुमनानंद गिरि महाराज ने कहा कि सनातन  धर्म में जिस तरीके से गांजा भांग शराब आदि का व्यसन धर्म के नाम पर किया जा रहा है वह निंदनीय है हमारे बाबा महाकाल की नगरी में पिछले सर्वे रिपोर्ट में  थी कि 15 कुंटल भांग एक दिन में बिकी । मेरी मांग है कि धर्म की नगरी में किसी भी तरह  व्यसन नहीं होना चाहिए । भुवनेश्वर सरकार ने तो मंदिरों के आसपास गांजा भांग शराब मांस के विक्रय पर प्रतिबंध लगा दिया है मध्य प्रदेश सरकार को भी इस तरह के नियम बनाना चाहिए।  साधु संतों और ब्राह्मणों को जलील करते हैं इनके संत तो नशेड़ी भंगेड़ी है  इनके भगवान तो खुद नशा करते हैं ऐसा दुष्प्रचार बंद होना चाहिए। उपस्थित सांसद अनिल फिरोजिया से मैं अनुरोध करूंगा कि धर्म गादी से उठाई गई आवाज को सत्ता पक्ष तक पहुंचाने का काम करें।  गौ माता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिया जाए यह संतों की आवाज है।   इसी तरह महामंडलेश्वर ज्ञान दास महाराज ने भी संबोधित करते हुए कहा कि हमारे धर्म में भी वर्चस्व की लड़ाई है धर्म और संप्रदाय में है । उसको रोकना बहुत कठिन हो गया है फिर भी हम मानव कल्याण के कार्य को करने से पीछे  नहीं हो सकते  ।  स्वर्णिम भारत मंच  जो सेवा कार्य कर रहा है वह मेरे हृदय को छूने वाला है ।  स्वर्णिम भारत मंच ने  पवित्र नगरी की आवाज  उठाई थी वह आवाज पूरी होना चाहिए मैं भी शिप्रा शुद्धिकरण के लिए पिछले 2 साल से उपवास पर हूं मुझे उम्मीद है कि भारत सरकार मध्य प्रदेश सरकार इस मांग को पूरी करेगी और शिप्रा  में   शुद्ध जल का  प्रवाह होगा ।
सांसद अनिल फिरोजिया ने कहा कि मैं लोकसभा में संतों की आवाज को रखूंगा । हमे संतों की बातों को आत्मसात  करना चाहिए हमारे धर्म में हमारे भगवान शिव  एकमात्र ऐसे भगवान है जो दूसरों के अवगुणों को अपने अंदर उतारते हैं कोई किसी को स्वीकार नहीं करे तो उसे भोलेनाथ स्वीकार करते हैं जैसे कि धतूरे को कोई नहीं अपनाता  तो स्वयं महाकाल ने धतूरे को अपनाया गांजा भांग यह लोगों के लिए नुकसानदायक है उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए मुझे आज स्वर्णिम भारत मंच के द्वारा बुलाया गया मैं निशुल्क भोजन सेवा के 13 51 दिन पूरे होने के उपलक्ष में स्वर्णिम भारत मंच को बहुत-बहुत बधाई देता हूं ।  स्वर्णिम भारत मंच  मजबूर और असहाय लोगों की मदद करने वाला विश्वसनीय सामाजिक संगठन है जिनके द्वारा कोरोना काल  में   कंधे से कंधा मिलाकर मेरा साथ दिया था जिसकी बदौलत मुझे देश का नंबर वन सांसद का अवार्ड मिला था ।  इसी तरह से पूर्व  सांसद चिंतामणि मालवीय,  पूर्व नगर  निगम अध्यक्ष  सोनू गहलोत, पार्षद रवि राय, रजत मेहता  एवं अखिल भारतीय जैन दिवाकर विचार मंच के पदाधिकारी अशोक मेहता इंदौर,  अभय कुमार श्रीमाल रतलाम , अभय सुराणा जावरा, कल्पना पटवा ,राजकुमार भटनागर आदि   में भी अपने उद्बोधन में स्वर्णिम भारत मैच की सेवा गतिविधि की भूरी भूरी प्रशंसा  । मंच पर जैन संत श्री घनश्याम मुनि  , कौशल मुनि , अरिहंत मुनि भी विराजमान रहे ।
स्वर्णिम भारत मंच के अध्यक्ष दिनेश श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि   क्रांतिकारी राष्ट्र संत श्री कमल मुनि कमलेश जो कि पूरे देश में  गो माता को बचाने बचाने का सेवा कार्य कर रहे हैं । राष्ट्रसंत कमलमुनि के  नेतृत्व में  देश भर में 650 से अधिक गो शालाएं , 1 हजार से अधिक पक्षी विहार , स्कूल, हॉस्पिटल , डायलिसिस सेंटर  , नेत्र चिकित्सालय सहित सैकड़ों सेवा प्रकल्पों को  कई  राज्यों में संचालित किया जा रहा है । बाबा महाकाल की नगरी में  80 हजार किमी. भारत  की पदयात्रा कर पधारने पर  स्वर्णिम भारत मंच के बैनर तले राष्ट्रसंत कमलमुनि को सभी संप्रदाय के धर्मगुरु प्रबुद्ध नागरिकों जनप्रतिनिधि गणो की उपस्थिति में सांसद अनिल फिरोजिया के हाथों  शेर ए हिंद उपाधि से विभूषित  किया गया ।
कार्यक्रम में  भाजपा नेता ओम जैन , मोतीलाल श्रीवास्तव , राजकुमार भटनागर, अनंत त्रिवेदी , कांता बांठिया,  अमृत आंचलिया, ,कथावाचक प्रभु प्रफुल्ल जी व्यास , निर्मल जी कासलीवाल,  जयश्री कोठारी, शशि राज भटनागर,  अनुपमा श्रीवास्तव,  गणेश गौड़,  भूपेंद्र कुमार श्रीवास्तव, देवेंद्र कुमार श्रीवास्तव , भारती प्रपन्ना,  रेखा भार्गव, अलका शर्मा ,चेतन श्रीवास्तव ,संजय श्रीवास्तव आशीष अष्ठाना , मंगेश श्रीवास्तव ,  महेंद्र सिंह लोधी, तरुण चौरसिया शुभम नरवरिया पंकज  शर्मा, राजेश नागर ,  मंगलेश जोशी, ,प्रशांत सिकरवार संदीप गहलोत हर्ष नरवरिया, दयाशंकर शर्मा विश्वास शर्मा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन स्वर्णिम भारत में सचिव जितेंद्र बैरागी ने किया आभार अभय नरवरिया  ने माना । अंत  में  सभी  को बेलपत्र के पौधे भेंट कर सम्मानित किया गया।